हिन्दुस्तान नेहरु खानदान का गुलाम तो नहीं...!!


क्या हिन्दुस्तान गाँधी नेहरू परिवार का गुलाम है ?
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काँग्रेस के दिग्गज आनन्द शर्मा की माने तो ऐसा ही लगता है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी ने राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करने के बाद अपने भाषण में महान नेताओं में महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर, दीनदयाल उपाध्याय का नाम लिया था। वहीं, राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद, सर्वपल्ली राधाकृष्णन, एपीजी अब्दुल कलाम व प्रणब मुखर्जी का उल्लेख किया और इनके पदचिह्नों पर चलने की बात कही थी।
बस यही बात काँग्रेस को नागवार गुजरी कि नेहरू खानदान का नाम क्यूँ नहीं लिया गया ?
बात बात पर अभिव्यक्ति की आज़ादी का ढिंढोरा पीटने वाली काँग्रेस को बताना चाहूँगा कि भारत विरोधी नारे लगाना जब अभिव्यक्ति की आज़ादी हो सकता है तो फिर राष्ट्र के प्रथम व्यक्ति की हैसियत रखने वाले महामहिम कोविंद जी क्या बोलें, ये स्वयं कोविंद जी पर ही निर्भर करता है।
वैसे भी कोविंद जी आप की मैडम की रसोई बनाने की योग्यता से यहाँ तक नहीं पहुँचे, जो अब आप का ही लिखा भाषण पढ़े।
उन्होंने अपने भाषण में किसी पार्टी विशेष को कोई जगह नहीं दी बल्कि कलाम साहब, डॉ राजेंद्र प्रसाद जी, डॉ राधाकृष्णन जी, प्रणव दा आदि का भी ज़िक्र किया।
ऐसे आधारहीन मुद्दों पर सदन की कार्यवाही ठप्प कर देश का अमूल्य समय और धन को बरबाद करने का हक किसी को भी नहीं है।
पहले आप अपने गिरेबान में झाँक कर देखें कि कितने काँग्रेसी ये बता पायेंगे कि हिन्दुस्तान के सभी राष्ट्रपतियों की समाधियाँ कहाँ कहाँ हैं ?
मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि वो लोग पूर्व राष्ट्रपतियों के जन्म और मृत्यु की जानकारी तो दूर उन सभी के नाम तक ना बता पायेंगे।
क्या केवल नेहरू जी को ही बच्चों से प्यार था, बाकि जितने भी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति हुए, वे सब क्या बच्चों से नफरत करते थे ?
आखिर क्यों रखा जाये हिन्दुस्तान की हर योजना का नाम केवल और केवल गाँधी नेहरू के नाम पर....
क्या एक भी काँग्रेसी ये बता पायेगा कि राजीव गाँधी जी ने किस खेल में देश का नाम रोशन किया या फिर उन्हें किस खेल में महारत हासिल थी, जो देश का सर्वोच्च खेल रत्न अवार्ड उन के नाम कर दिया गया।
निश्चित ही किसी भी काँग्रेसी के पास ऐसे सवालों का जवाब नही होगा।
अतः समझदार विपक्ष की भूमिका निभाते हुए कभी अध्यक्ष महोदय पर कागज के गोले उछाल कर तो कभी ऐसे आधारहीन मुद्दों पर बहस से सदन का बहुमूल्य समय और देश का पैसा बरबाद ना करें।
#जयहिन्द
#वन्देमातरम
#देबू_काका

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