यादें याद आती हैं
#यादें_याद_आती_हैं
हाँ.... अक्सर
वो यादें याद आती है
एक सुकून सा दे जाती है
::
मस्त मौला सा वो बचपन
हर रोज मिलना और बिछड़ना
लड़ झगड़ कर फिर एक होना
उन लम्हों की याद सताती है
हाँ.....अक्सर
वो यादें याद आती हैं
:
सतोलिया हो या गिल्ली डंडा
खेल थे बड़े ही निराले
एक ही थाली में होते थे
हम सब के सरस् निवाले
साँझ पड़े निकल जाते थे मतवाले
वो मस्ती आज भी गुदगुदाती है
हाँ..... अक्सर
वो यादें याद आती हैं
:
सोचता हूँ कभी कभी
कि क्यों बीत गये वो दिन
प्यार का एहसास भरे पल छिन
बीती हुई ज़िन्दगानी...
क्यूँ नहीं लौट कर आती है
हाँ.... अक्सर
वो यादें याद आती हैं !!
#देबू_काका
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