नमन् हे वीरांगना आप को !!
जान अपनी हिन्द पर कुरबान कर...
हर हिंदुस्तानी के दिल में समा गये !!
नहीं बुझा सकता दुश्मन अब कोई....
जो मशाल " स्वाति जी " को थमा गये !!
नमन् हे वीरांगना आप को
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स्वतंत्रता संग्राम में दुश्मनों के दांत खट्टे करने वालीं रानी लक्ष्मीबाई हों या फिर बेगम हजरत महल। चाहे रानी अवंतीबाई ही क्यों न हो। भारत का इतिहास बहादुर महिलाओं के किस्सों से भरा पड़ा है। जब हुकूमत की आन-मान खतरे में पड़ी ये महिलाएं हथियार लेकर घऱ की चौखट से निकल पड़ीं दुश्मनों को ढेर करने। जंगेमैदान में ऐसी वीरता दिखाई की दुश्मनों के पैर उखड़ गए। आप कहेंगे कि ये तो बहुत पहले की बात है। मगर जनाब, देश में बहादुर महिलाओं की वो जमात अब भी है। अब देखिए ने भारतीय बहादुर महिलाओँ की सूची में नया नाम शहीद कर्नल संतोष महादिक की पत्नी स्वाति का जुड़ गया है। जिस सेवा में रहते पति शहीद हो गए तो उसी सेवा में पत्नी भी शामिल हो गईं। पति शहीद हुए थे तो स्वाति ने आतंकियों को मारकर उनका बदला लेना की कसम खा ली थी। पांच चरणों की कठिन एसएसबी परीक्षा पासकर यह वीरांगना अब सेना का अंग चुकी है। खास बात है कि अधिक उम्र होने के बावजूद पति की शहादत के सम्मान में रक्षा मंत्रालय ने उम्र में छूट दी।
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छह महीने पहले शहीद हुए थे बहादुर पति
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17 नवंबर 2015। यही वह तिथि थी, जब कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों से लड़ते हुए कर्नल संतोष महादिक शहीद हुए थे। कई आतंकियों को मार गिराने वाले कर्नल की शहादत पर पूरा देश रो उठा था। पूरे देश में श्रद्धांजलि देने का सिलसिला चला।
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पति की शहादत पर सेना से जुड़ने का फैसला लेकर चौंकाया था
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जब शहीद पति कर्नल संतोष महादिक का शव घर आया था तो स्वाति ने खुद के भी सेना में भर्ती होने का फैसला कर चौंका दिया था। कहा था कि वे बड़े होने परअपने 11 वर्षीय बेटे और पांच साल की बेटी को भी सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगी।
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सरकार ने किया शहादत का सम्मान, 8 साल उम्र सीमा मे दी छूट
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सेना में अफसर भर्ती के लिए एसएसबी परीक्षा में बैठने की अधिकतम उम्र 27 वर्ष है। शहीद कर्नल की पत्नी की उम्र करीब 35 साल रही। जिससे परीक्षा में बैठने की राह में उनकी अधिक उम्र रोड़ा बन रही थी। इस पर उन्होंने रक्षा मंत्रालय से विशेष अनुमति मांगी। थल सेनाध्यक्ष ने कर्नल की शहादद के सम्मान का तर्क देकर उम्र सीमा में छूट की पैरवी दी। जिसके बाद एसएसबी की परीक्षा में बैठने का मौका मिला। खास बात है कि स्वाति ने पांच चरणों की परीक्षा पास कर ली। जिस पर अब उन्हें सेना की ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया है।
नमन् नमन् नमन्
कोटि कोटि नमन्
जयहिंद !!
#देबू_काका
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